आज के युग में इंटरनेट की दुनिया ने लोगों को इतना अधिक प्रभावित कर दिया है कि लोग ज्ञान प्राप्ति के अतिरिक्त खेलने पढ़ने संगीत,सुनने चित्रकारी,करने तथा अपने अनेक उद्देश्य को पूरा करने के लिए इंटरनेट का सहारा लेते है।यह विज्ञान का एक चमत्कार लगता है जिसने संचार में गति एवं विविधता लाकर पूरी दुनिया को परिवर्तित कर दिया है।
इंटरनेट का अंग - सूचना एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों को साझा करने के लिए विभिन्न संचार माध्यम से आपस में जुड़े कंप्यूटरों एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का समूह कंप्यूटर नेटवर्क के लाता है और इन्हीं कंप्यूटर नेटवर्क को का विश्व स्तरीय नेटवर्क इंटरनेट है।इंटरनेट का प्रसार शीत युद्ध के दौरान वर्ष 1969 में अमेरिका के प्रति रक्षा विभाग ने युद्ध की स्थिति में अमेरिकी सूचना संसाधनों के संरक्षण एवं आपस में सूचना को साझा करने के उद्देश्य से पहली बार कुछ कंप्यूटरों के एक नेटवर्क अर्पण नेट की स्थापना की किसी संख्या के आधार पर अन्य कंप्यूटर नेटवर्क को का निर्माण हुआ जो आगे चलकर विश्व स्तरीय नेटवर्क इंटरनेट के रूप में तब्दील हो गया इसमें विश्व भर के कंप्यूटर नेटवर्क एक मानक प्रोटोकॉल के माध्यम से जुड़े होते हैं दुनिया के किसी भी व्यक्ति को इंटरनेट के स्वामी की संज्ञा नहीं दी जा सकती इसका कोई मुख्यालय अथवा केंद्रीय प्रबंधन नहीं है।
कोई भी व्यक्ति जिसके पास किसी इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनी की इंटरनेट सुविधा है के माध्यम से दूर सकता है आज विश्व के कुल 6 पॉइंट 8 अरब से अधिक लोगों में से लगभग दो अरब लोग इंटरनेट से जुड़े हुए हैं अमेरिका में इंटरनेट से जुड़े लोगों की संख्या सर्वाधिक है जो पूरे 20 प्रतिशत है भारत में ऐसे लोगों की संख्या करोड़ से अधिक है पूरे विश्व में इंटरनेट से जुड़ने वाले लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है सभी प्रकार की सूचनाओं को साझा करना था लेकिन अब इंटरनेट के माध्यम से ना केवल सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा सकता है इससे प्राप्त होने वाले लाभों के तहत यात्रा का टिकट बुक कराने से लेकर किताब का ऑर्डर देने अपने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए विज्ञापन देने अपने मित्रों से ऑनलाइन चैटिंग करने हर एक प्रकार का परामर्श लेना आज तक शामिल है।
इंटरनेट की उपयोगिता भारत में इंटरनेट सेवा की शुरुआत बीएसएनल ने वर्ष 1995 में की थी अब एयरटेल रिलायंस टाटा इंडीकॉम वोडाफोन जैसे दूरसंचार कंपनियां भी इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है पहले ईमेल के माध्यम से दस्तावेजों एवं छवियों का आदान-प्रदान ही किया जाता था अब ऑनलाइन बातचीत का प्रयोग लगातार बढ़ रहा है और चैटिंग के माध्यम से हम किसी भी मुद्दे पर बहस कर सकते हैं इंटरनेट के माध्यम से मीडिया हाउस ध्वनि और दृश्य दोनों के माध्यम के द्वारा ताजा तरीन खबरें और मौसम संबंधी जानकारी हम तक आसानी से पहुंचा रहे हैं नेता हो या अभिनेता विद्यार्थी हो या शिक्षक पाठक हो या लेखक वैज्ञानिक हो या चिंतक सबके लिए समान रूप से उपयोगी साबित हो रहा है इसके माध्यम से सिर्फ शिक्षा हासिल की जा सकती है बल्कि रोजगार की प्राप्ति में सहायक साबित होता है विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षण एवं जनमत संग्रह इंटरनेट के द्वारा भली-भांति किए जा सकते हैं।
इंटरनेट की हानि इंटरनेट के कई लाभ है तो इसकी कई खामियां भी है इसके माध्यम से अश्लील दृश्य तक बच्चों की पहुंच आसान हो गई है कई लोग इंटरनेट का दुरुपयोग अश्लील साइटों को देखने और सूचनाओं को चुराने में करते हैं इससे साइबर अपराधों में वृद्धि हुई है इंटरनेट से जुड़ते समय वायरस द्वारा सुरक्षित फाइलों को नष्ट या संक्रमित होने का भी खतरा भी बना रहता है इन वायरस से बचने के लिए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का प्रयोग आवश्यक होता है इन सब के अतिरिक्त बहुत से लोग इस पर अनावश्यक और गलत आंकड़े प्रकाशित करते रहते हैं इस पर उपलब्ध नहीं माना जा सकता है इसके इस्तेमाल के वक्त सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है।
उपसंहार इस प्रकार इंटरनेट यदि ज्ञान का सागर है तो इसमें कूड़े कचरे की भी कमी नहीं है यदि इसका सही प्रयोग हो तो हमारी तरफ गति से प्रगति होगी और यह देश का गलत प्रयोग किया जाए तो कूड़े कचरे के अलावा में कुछ भी नहीं मिलेगा फतेह आने वाली पीढ़ी को इसका सही उपयोग सिखाना आवश्यक है अन्यथा बच्चों या कम आयु के युवा वर्ग के लिए यह दो धारी तलवार साबित हो सकता है।
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इंटरनेट की हानि इंटरनेट के कई लाभ है तो इसकी कई खामियां भी है इसके माध्यम से अश्लील दृश्य तक बच्चों की पहुंच आसान हो गई है कई लोग इंटरनेट का दुरुपयोग अश्लील साइटों को देखने और सूचनाओं को चुराने में करते हैं इससे साइबर अपराधों में वृद्धि हुई है इंटरनेट से जुड़ते समय वायरस द्वारा सुरक्षित फाइलों को नष्ट या संक्रमित होने का भी खतरा भी बना रहता है इन वायरस से बचने के लिए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का प्रयोग आवश्यक होता है इन सब के अतिरिक्त बहुत से लोग इस पर अनावश्यक और गलत आंकड़े प्रकाशित करते रहते हैं इस पर उपलब्ध नहीं माना जा सकता है इसके इस्तेमाल के वक्त सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है।
उपसंहार इस प्रकार इंटरनेट यदि ज्ञान का सागर है तो इसमें कूड़े कचरे की भी कमी नहीं है यदि इसका सही प्रयोग हो तो हमारी तरफ गति से प्रगति होगी और यह देश का गलत प्रयोग किया जाए तो कूड़े कचरे के अलावा में कुछ भी नहीं मिलेगा फतेह आने वाली पीढ़ी को इसका सही उपयोग सिखाना आवश्यक है अन्यथा बच्चों या कम आयु के युवा वर्ग के लिए यह दो धारी तलवार साबित हो सकता है।
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